Thursday 20 July 2023

प्रथम विदेश यात्रा (अमेरिका)15

प्रथम विदेश यात्रा (अमेरिका)15 ——————————————
माउण्ट रेनियर(mount rainier),स्काईलाइन ट्रेल हाइक (skyline trail hike) ——————————————-
माउण्ट रेनियर ,एक बहुत ही सुंदर पर्वत है जिसकी ऊँचाई लगभग 14411 है।सिएटल से ही बर्फ ढकी विशाल पहाड़ी नज़र आती हैं।जबकि यह सिएटल से लगभग 85 मील की दूरी पर है ।कास्केड पर्वत श्रृंखला में यह एक बहुत सुंदर पर्वत है ।कास्केड पर्वत श्रृंखला पश्चिमी अमेरिका से दक्षिणी ब्रिटिश कोलंबिया ,वाशिंगटन,और ऑरेगन से उत्तरी कैलिफ़ोर्निया तक फैली है । माउण्ट रेनियर पर जाने का अवसर मिलते ही हम भी इसकी सुंदरता देखने लिए प्रातः साढ़े पाँच बजे ही घर से कार द्वारा रवाना हो गए ।माउण्ट रेनियर पर्वतीय क्षेत्र शुरू होने से लगभग 17 मील पहले ही वन विभाग की चेक पोस्ट है जहाँ अपनी बारी आने के थोड़ा इंतज़ार करना पड़ता है ।इस चेक पोस्ट के बाद घने जंगल का क्षेत्र प्रारम्भ हो गया।यहाँ से ऊपर पार्किंग तक का रास्ता बेहद ख़तरनाक घूम वाला है ।यहाँ पर बड़ी सावधानी से वाहन चलाने की आवश्यकता है ।वैसे तो सड़क काफ़ी अच्छी है जिससे अधिक असुविधा नहीं होती ,फिर भी यहाँ पर लापरवाही महँगी पड़ सकती है। वहाँ पहुँचकर हमने निर्धारित स्थान कार पार्क की और स्काईलाइन ट्रेल की पैदल यात्रा के लिये तैयार हो गए ।स्काईलाइन ट्रेल की यह हाइक 5.5मील की है जो पार्किंग से लगभग दस किलोमीटर ही हो जाती है ।इसमें क़रीब दो हज़ार फीट की चढ़ाई रहती है ।वैसे तो दस किलोमीटर पैदल चलना कोई बड़ी बात नहीं है क्योंकि इतनी रनिंग तो हम करते ही रहते हैं ।इसलिए हम बड़ी उत्सुकता से तैयार हो गए ।लेकिन जैसे जैसे हम आगे बढ़ाते गए वैसे वैसे कठिनाई भी बढ़ती गई । प्रारम्भ कुछ रास्ता काफ़ी अच्छा,कंक्रीट से पक्का बना था ,लेकिन थोड़ी दूर बाद से कच्ची पगडंडी प्रारम्भ हो गई ।जैसे जैसे पर्वतीय सुंदरता बढ़ रही थी वैसे वैसे सस्ता कठिन होता रहा था ।कुछ ऊँचाई तह हरे भरे वृक्ष ,रंग बिरंगे फूल वाली घाटियाँ नज़र आई लेकिन ऊँचाई बढ़ने पर हरियाली कम होती गई और बर्फ की चादरें पहाड़ियों पर नज़र रही थी।अधिक ऊँचाई पर अब हरियाली लगभग समाप्त थी उसके स्थान पर केवल पत्थर की चट्टानें और सूखी मिट्टी ही थी ।कई स्थानों पर रास्ते में भी बर्फ जमी थी ,इस बर्फ में बनी पगडंडी पर बड़ी सावधानी से कदम बढ़ाने पड़ रहे थे ।कहीं कहीं तो पैर न चाहते हुए भी फिसल रहे ।ऐसे में हम सभी अलग अलग जगह ,फिसल भी गए थे ।आधे से अधिक रास्ता हमने पार कर लिया था ।
अब कई जगह तो रास्ता इतना संकरा है कि एक बार में एक व्यक्ति भी बड़ी मुश्किल से निकल पा रहा था ,जिसमें जहाँ बर्फ़ीला रास्ता था वहाँ कठिनाई से आगे बढ़ पाये।लगभग तीन चौथाई रास्ता हम पार कर ही चुके थे कि तभी एक स्थान पर बर्फ में रास्ता कुछ कठिन था उस पर श्रीमती जी अचानक फिस्कल गई और उन्हें कुछ चक्कर भी आ गए ।थोड़ी देर में उन्हें कुछ ठीक लगा तो हमने पुन: आगे बढ़ना शुरू कर दिया ।रास्ता तो कठिन था ही अब श्रीमती जी को भी थकान बढ़ती जा रही थी ।अभी भी दो किलोमीटर की हाइक बाक़ी थी क़रीब आठ किलोमीटर हम चल चुके । अब रास्ता ढलान वाला था । धीरे धीरे हिम्मत करके बढ़ ही रहे थे कि हाइक समाप्ति से लगभग एक किलोमीटर पहले एक बार फिर कुछ चढ़ाई वाला रास्ता आ गया ।तब लगा कि कहीं हम ग़लत रास्ते पर तो नहीं आ गए ? लेकिन नक़्शे के अनुसार हम सही चल रहे थे ।थकान बढ़ती रही थी ।रास्ते में ठंडे पानी की बहते झरनों का आनंद लेना भूल ,बस यही उत्सुकता थी कब यह हाइक समाप्त हो और हम नीचे पहुँचे ।श्रीमती और शिवानी दोनों ही बड़ी मुश्किल से आगे रहे थे ।हाइक समाप्ति के लगभग दो सो मीटर पहले ऊपर से जैसे ही नीचे “ पैराडाइस इन”की बिल्डिंग दिखाई दी तो कुछ राहत मिली और उत्साह से कदम तेज़ी से बढ़ाने लगे ।नीचे आते ही सभी ने राहत की साँस ली ।सभी ने वहाँ रेस्टोरेंट जाकर ठंडा नींबू पानी एवं अन्य ठंडा पेय लिया जिससे कुछ मिली । कुछ देर वहीं विश्राम करके हम भोजन के लिए एक पिकनिक स्थान पर रुके और आराम से भोजन किया और वहीं थोड़ी देर विश्राम कर घर की ओर रवाना हो गए ।माउण्ट रेनियर की यह हाइक कठिन तो अवश्य है लेकिन कुछ पाने के लिये थोड़ी मेहनत तो जरूरी भी है ।

Tuesday 18 July 2023

प्रथम विदेश यात्रा (अमेरिका)14

प्रथम विदेश यात्रा (अमेरिका)14 ____________ ग्रीन लेक(Green lake)स्पेस निडिल (space needle) ————————————————————
ग्रीन लेक सिएटल का एक बहुत अच्छा पार्क और झील है ।यहाँ पर अनेकों प्रजातिओं के जल पक्षी और हरे भरे पेड़ पौधे हैं।यहाँ नौकायन ,तैराकी की व्यवस्था तो है ही साथ खेल के लिए भी समुचित मैदान है ।झील के चारों ओर लगभग पाँच किलोमीटर का रनिंग और पैदल चलने का रास्ता है ।हम भी एक सुबह वहाँ पहुँचे और सभी ने पाँच किलोमीटर की रनिंग की और चारों ओर से इस झील के मनोरम दृश्यों का आनंद लिया। यहाँ पर नौकायन की भी व्यवस्था है ।कई तरह की बोट यहाँ पर मिलाती हैं।हमने भी चार सीट वाली एक पैडल बोट ली और झील में बोट लेकर उतर गए ।सभी को सुरक्षा जेकेट दी गई थी ।प्रारंभ में सभी कुछ डर लगा लेकिन धीरे -धीरे दर दूर होता गया और झील बीच तक काफ़ी देर तक नौकायन आनंद लेते रहे ।आज मौसम भी काफ़ी अच्छा था धूप नहीं थी और ठंड भी कम ही थी ।झील के चारों ओर हरी-भारी घास युक्त पार्क हैं ।यहाँ सामुदायिक केंद्र और एक पब्लिक थियेटर भी है । ———————————————— स्पेस निडिल (space needle) ———————————————
सिएटल में ही बहुत ही आकर्षक स्थान है स्पेस निडिल ,जो बहुत दूर से ही दिखाई देती है ।यह मिसिसिपी नदी के पश्चिम में स्थित सबसे ऊँची बिल्डिंग है ।इसकी ऊँचाई 605 ft(184 m) और चौड़ाई 138 ft (42 meter) है ।इसका वजन 8660 मीटरीटन है ।इसमें 200mph(320km/h) की तेज हवा और 9 magnitude तक का भूकंप भी सहन कर सकने की क्षमता है ।स्पेस निडिल में 520 फीट ऊपर एक अवलोकन डेक बनी है जहाँ से सिएटल शहर के दृश्य देखे जा सकते हैं ।यहाँ से ओलंपिक और कैसकेड पर्वत ,माउंट रेनियर और विभिन्न द्वीप देखे जा सकते हैं।इसमें ऊपर तक जाने के लिये लिफ्ट लगी है जिससे 41 सेकेंड में ऊपर पहुँच जा सकता है ।ऊपर अवलोकन डेक पर चारों ओर बहुत मोटा और मज़बूत काँच लगा है ।जहाँ से चारों और स्पष्ट देखा जा सकता है ।इसमें सीढ़ियों से नीचे दूसरी मंज़िल पर एक घूमने वाला रेस्टोरेंट भी है जहाँ बैठकर आप स्नेक्स और ड्रिंक्स का मज़ा लेते हुए चारों तरफ़ का नजारा भी देख सकते हैं । स्पेस निडिल का निर्माण 1961 में शुरू हुआ और एक वर्ष में इसका निर्माण पूर्ण कर लिया गया ।सिएटल में 1962 के विश्व मेले के अध्यक्ष एडवर्ड ई कार्लसन जो की एक होटल कंपनी के मालिक भी थे उन्हें एक घूमने वाले टावर में रेस्तरां बनाने विचार आया और विश्व मेला प्रारंभ होने के एक वर्ष पूर्व ही इसका निर्माण शुरू करवा कर मेले से पूर्व ही इसका निर्माण पूरा करा लिया और मेले के सामय इसे प्रारंभ कर दिया गया ।इसे पेंटागन कॉर्पोरेशन द्वारा बनाया गया ।उस समय 1962 के विश्व मेले में 20000 लोग प्रतिदिन इसे देखने आये । हम जब वहाँ पहुँचे तो शाम के साढ़े सात बजे थे ।सिएटल में कुछ स्थानों पर कार पार्किंग की समस्या है ।स्पेस निडिल की पार्किंग में जगह नहीं मिलने पर कार दूर ही खड़ी करनी पड़ी जहाँ शाम को सात बजे बाद पार्किंग चार्ज बीस डॉलर था।ख़ैर कार पार्क कराने के बाद स्पेस निडिल में पहुँचे ।वहाँ नीचे के तल में एक जनरल स्टोर है जिसमें तरह तरह के गिफ्ट कि समान और टी-शर्ट आदि बिक्री के लिए थे जिन पर स्पेस निडिल का चित्र बना था ।लिफ्ट में चढ़ने से पूर्व सभी का फ़ोटो के लिए केमरा लगा था जिससे सभी का फोटो खींचा गया जो हमने बाद में ऑनलाइन प्राप्त कर लिया था ।लिफ्ट के द्वारा हम मात्र 41 सेकंड में ही 520 फिट की ऊँचाई पर बने एक डेक पर पहुँच गए ।यहाँ चारों ओर बहुत ही मोटा और मज़बूत काँच से दूर तक के पहाड़ ,नदी , बीच बीच में बने टापू और पानी में तैरते अनेकों जहाज़ स्पष्ट दिखाई दे रहे थे ।जो ऊँची ऊँची बिल्डिंग नीचे से बहुत ऊँची लग रही थी ,अब इस ऊँचाई से बहुत ही बोनी लग रही थी ।सभी वहाँ से अलग-अलग जगह के दृश्य अपने केमरे में क़ैद कर रहे थे ।यहाँ पर फोटो के लिए केमरे भी लगे थे जिसमें आप अपने टिकिट स्कैन करके फोटो खिच सकते हैं और फिर वह फोटो निःशुल्क ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं ।हमने भी इस सुविधा लाभ उठाते हुए अपनी फोटो खिंचवाई।
यही पर दूसरे तल पर घूमता हुआ रेस्टोरेंट है । हमने वहाँ देखा कि इसमें नीचे फ़र्श भी काँच का है जिसमें से नीचे के दृश्य साफ़ दिखाई रहे थे ।यहाँ आप एक स्थान पर खड़े होकर इस स्पेस निडिल के चारों और के दृश्य देख सकते हैं क्योंकि यह फ़र्श घूमता रहता है ।कुछ देर यहाँ भी खड़े होकर चारों के नज़ारों का आनंद लिया ।वास्तव में बहुत ही अद्भुत है यह स्पेस निडिल ।

Sunday 16 July 2023

प्रथम विदेश यात्रा (अमेरिका )13

प्रथम विदेश यात्रा (अमेरिका) 13
———————————————- Willamina(विलामिना )आर्म रेसलिंग ,अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस ————————————————————————————- आज चार जुलाई को संयुक्त राज्य अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस है और हमारी चार दिवसीय यात्रा का आख़िरी और चौथा दिन भी है ।स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन भी यहाँ होते हैं ।ऑरेगन स्टेट के विलामिना में आज ऑर्मरेसलिंग प्रतियोगिता है जो कि यूनाइटेड स्टेट ऑर्मरेसलिंग एसोसिएशन द्वारा आयोजित कराई जा रहा है ।इसमें बड़े बेटे गगन की पत्नी शिवानी ,जो कि अमेरिका में ही सॉफ़्टवेयर इंजीनियर है ,भी हिस्सा ले रही है ।आर्मरेसलिंग जिसे हम भारत में पंजा लड़ाना कहते हैं,वही यहाँ पर एक बड़े आयोजन के रूप में देखने को मिला । ऑर्मरेसलिंग के लिए दोपहर साढ़े बारह बजे तक प्रतियोगिता स्थल पर ही रजिस्ट्रेशन कराना था ।हमारे रात्रि विश्राम स्थल ‘यूजीन ‘से ‘विलामिना ‘की दूरी 95 मील की है।हमारा अनुमान था कि डेढ़ घंटे में पहुँचा जा सकता है ।इसलिए सुबह दस बजे तक यहाँ से चलने का कार्यक्रम था लेकिन हमें यहाँ से रवाना होने में ही लगभग 10:45 बज गये ।गूगल पर देखा तो लगभग एक घंटा पैंतालीस मिनट का समय वहाँ तक पहुँचने का बताया ।कार की बैटरी को देखा तो मालूम हुआ कि कार वहाँ पहुँच जाएगी लेकिन आगे के सफ़र के लिए पास में चार्जिंग पॉइंट नहीं होने के कारण ,पहले कार चार्ज कराना ज़रूरी है ।लेकिन सबसे बड़ी समस्या थी कि कार चार्ज करके ,रजिस्ट्रेशन समय साढ़े बारह बजे से पहले वहाँ पर पहुँचना बड़ा कठिन कार्य था । शिवानी ने आयोजकों को फ़ोन किया और 12:45 तक पहुँच पाने की मजबूरी बताई तो बहुत अनुरोध करने पर उन्होंने फ़ोन पर ही पूरा विवरण लेकर रजिस्ट्रेशन कर लिया लेकिन स्पष्ट किया कि रजिस्ट्रेशन फ़ीस वहाँ पहुँचने पर,जमा होने के बाद ही प्रतियोगिता में शामिल हो सकेंगे ।इस बीच बेटे गगन ने लगभग 80-85 मील/घंटा की रफ़्तार (125-133km/hr) से कार चलाई और रास्ते में केवल पाँच मिनट कार चार्ज की ,ताकि वापसी परेशानी न हो ।हम दौड़ते भागते समय से पूर्व ही 12:20पर प्रतियोगिता स्थल पर पहुँच गए ।वहाँ पहुँचते ही हम कार पार्क करते,उससे पूर्व ही शिवानी ने कार उतर कर रजिस्ट्रेशन के लिए दौड़ लगा दी और समय पर रजिस्ट्रेशन करा लिया ।कार पार्किंग में हमें कुछ समय लग गया क्योंकि आस पास सभी निर्धारित स्थान फुल थे इसलिए कुछ दूरी पर जाकर कार खड़ी करनी पड़ी ।हमारे प्रतियोगिता मैदान में पहुँचने से पूर्व ही शिवानी ने रजिस्ट्रेशन करा लिया था ।यहाँ की सड़कें बहुत अच्छी और चौड़ी हैं और सभी वाहन चलाते समय नियमों का पालन भी करते हैं ,इसीलिए आज हम समय पर यहाँ पहुँच पाये अन्यथा सब असंभव लग रहा था ।
दोपहर एक बजे से प्रतियोगिता प्रारंभ होने वाली थी ।प्रतियोगिता शुरू होने के पूर्व रेफ्री ने नियमों के संबंध में जानकारी दी ।वहाँ हमने देखा कि छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक ,महिला-पुरुष ,सभी को अलग अलग ग्रुप में विभाजित कर रखा था ।कुछ पुराने प्रतियोगी नये लोगों को खेल संबंधी जानकारियाँ भी रहे थे ।शिवानी का इस तरह की किसी प्रतियोगिता में भाग लेने का प्रथम अवसर था ,इसलिए उसने भी एक पूर्व खिलाड़ी से कुछ दाव पेच की जानकारी प्राप्त की ।जो अच्छा भी रहा ।यहाँ मालूम हुआ कि ऑर्मरेसलिंग केवल एक हाथ की ताक़त का ही खेल नहीं है बल्कि इसमें पूरे शरीर की ताक़त की आवश्यकता होती है ।मज़बूत कलाई और पंजे के साथ ही कंधों का भी मज़बूत होना बहुत ज़रूरी है ।इस बात का अहसास शिवानी को भी तब हुआ,जब वह अपने प्रतिद्वंदी से मुक़ाबला करने मैदान में उतरी ।प्रतियोगिता में टक्कर कड़ी थी ।प्रतिद्वंदी महिलायें वर्षों से तैयारी रही थी ।इन सबके बीच शिवानी ने इस प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त कर शील्ड प्राप्त की ।यहाँ सभी खिलाड़ी बड़े सौहार्द पूर्ण वातावरण में खेल रहे थे ।तीन से पाँच साल के बच्चे हों या युवा और प्रौढ़ महिला -पुरुष।यहाँ सभी वर्गों में कुल तीन सो से अधिक प्रतियोगी थे । सबसे पहले बच्चों की प्रतियोगिता थी ।उनमें भी अलग अलग आयु वर्ग के बच्चे थे तीन -चार वर्ष के बालक -बालिकाएँ भी बड़े उत्साह से हिस्सा ले रहे थे ।छोटे छोटे बच्चों के मासूम से चेहरों पर जीत की ख़ुशी देखते ही बनती थी ।युवा वर्ग में कुछ के चेहरों पर कुछ उग्रता ज़रूर थी लेकिन वह केवल प्रतियोगिता के समय क्षणिक ही थी ।हमारा इस तरह की किसी प्रतियोगिता देखने का यह प्रथम अनुभव था ,जो बहुत अच्छा रहा ।लगभग साढ़े चार बजे कार्यक्रम के बीच में ही आयोजकों से अनुरोध कर इनामी शील्ड प्राप्त कर हम वहाँ से रवाना हो गए क्योंकि अभी बहुत से प्रतियोगी वर्ग बाक़ी थे और संभवतः अभी दो -तीन घंटे और लगता ।हमें अभी वापस घर भी आना था,और बेलेव्यू में रात को दस बजे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आतिशबाजी का कार्यक्रम था जिसे देखने की भी इच्छा थी ।हालाँकि यहाँ बेलेव्यू के डाउनटाउन पार्क में शाम से ही कुछ मनोरंजक कार्यक्रम चल रहे थे ,जो हम बाहर होने के कारण नहीं देख पाये थे इसलिए रात को आतिशबाजी तो देख ही सकते थे । वहाँ से रवाना होने के बाद रास्ते में ही ऑरेगन स्टेट का पोर्टलैंड शहर था ।यह बहुत अच्छा और बड़ा शहर है।वहीं ऐपल शोरूम के पास ही गगन ने कार पार्क की और गगन और शिवानी थोड़ी देर में वापस आने के लिए कह कर शो रूम में चले गये ।कुछ देर बाद वे शोरूम से निकले तो उनके हाथ में एक ‘ऐपल आईफ़ोन 14 ‘था ।यह फ़ोन वे अपनी मम्मी के लिए लाये थे ।आईफ़ोन का नवीनतम मॉडल पाकर श्रीमती जी प्रसन्न होना स्वाभाविक ही था ,हालाँकि उनके पास “आईफ़ोन 8”था लेकिन बच्चों के हिसाब से यह पुराना हो गया था ।
अब हम वहाँ से बेलेव्यू के लिये रवाना हो गए रास्ते में भोजन कर हम आतिशबाजी देखने के लिए आतुर थे ।हम ठीक आतिशबाजी शुरू होने के समय तक पहुँच ही गए ।सभी ने आकाश में झिलमिलाती रोशनी का भरपूर आनंद लिया ।यह आतिशबाजी देखकर कर कोटा के दशहरे मेले के समापन की आतिशबाजी की याद ताज़ा हो गई । क़रीब आधा घंटे तक आकाश में रंग बिरंगी आतिशबाजी होती रही ।आतिशबाजी के बाद देखा कि हज़ारों की संख्या में लोग सड़कों पर दिखाई के रहे थे ।लग रहा था जैसे किसी मेले से लोग घर वापस जा रहे हैं।सड़कों पर इतनी भीड़ मैंने यहाँ इससे पहले कभी नहीं देखी ।यहाँ की सड़कें प्राय: ख़ाली ही रहती हैं।पैदल लोग कम ही दिखाई देते हैं । ————————————————————

Saturday 15 July 2023

प्रथम विदेश यात्रा (अमेरिका)12

प्रथम विदेश यात्रा (अमेरिका) 12 ——————————
क्रेटर झील (crater lake ) और क्रेटर नेशनल फारेस्ट( Crater national forest) —————————————————————————————————- आज हमारी यात्रा का तीसरा दिन शुरू हो रहा था । आज हमें यहाँ से क्रेटर नेशनल पार्क और क्रेटर झील जाना है,जो की यहाँ से 187 मील है ।दोपहर का भोजन बनाकर साथ लेकर हम सुबह आठ बजे रवाना हो गये ।यहाँ से चार घंटे का सफ़र था ।क्रेटर नेशनल पार्क दक्षिणी ऑरेगन स्टेट के कास्केड पर्वतीय क्षेत्र में है । यहाँ जाने का पूरा रास्ता पर्वतीय क्षेत्र का ही है ।एक तरफ़ ऊँचे ऊँचे पहाड़ और दूसरी ओर खाई ,जिसमें एक नदी अधिकांश रास्ते हमारे साथ चलती रही ।जिसका नाम उम्पुआ रिवर (umpqua rever ) है ।रास्ते में इस नदी के किनारे जगह जगह कैम्प लगाने के स्थान भी थे ,जहाँ पर लोग अपने टेंट लगाकर प्रकृति का आनंद लेते थे । इस बीच हम एक कैम्प स्थल पर कुछ देर रुके भी । हमने देखा कि प्रकृति के बीच नदी किनारे बिल्कुल साफ़ स्थानों पर टेंट लगाने की जगह बनाई हुई है ।वहाँ पर पीने के पानी ,शोचालय तथा स्नानागार आदि की भी समुचित व्यवस्था है।यहाँ रहने आने वाले लोग पूर्व में ही बुकिंग करा लेते हैं । खाना बनाने का सामान सभी अपनी कार या छोटे ट्रक में साथ लेकर चलते हैं।जितने भी दिन रुकना हो उसका किराया भुगतान किया जाता है जो कि होटल से काफ़ी सस्ता पड़ता है । कुछ लोग अपनी गाड़ी में ही सोने ,खाने की व्यवस्था भी रखते हैं । ऐसी गाड़ियों को वी आर (VR van)कहा जाता है ।प्राय:बीस पच्चीस डॉलर में कैम्प के लिए रुकने का अच्छा स्थान मिल जाता है । क्रेटर नेशनल पार्क ,ऑरेगन स्टेट का सबसे बड़ा नेशनल पार्क है । बहुत दूर से ही बर्फीली पहाड़ियाँ नज़र आ रही थी ।अभी जुलाई के महीने में भी पहाड़ियों पर जमी बर्फ दिखाने से ही लग रहा था कि काफ़ी ऊँचाई पर है ।पूरे रास्ते चढ़ाई वाली सड़क थी ।क्रेटर झील के लगभग चौदह मील पहले ही वाहनो के प्रवेश के लिए प्रवेश द्वार पर एक चौकी बनी है जहाँ सभी वहनों की उपस्थिति दर्ज रही थी ।जिसके लिये लंबाई कतार लगी थी ।हम भी यहाँ रुके और लगभग आधा घंटा हमें यहाँ लगा ।अब जैसे जैसे हम क्रेटर झील के समीप पहुँचते जा रहे थे बर्फीले पर्वत भी हमारे समीप आते जा रहे थे ।क्रेटर झील पर पहुँच कर कार पार्क करने पर हमने देखा कि पार्किंग के आस पास काफ़ी बर्फ जमी थी ।
चारों ओर पहाड़ियों से घिरी साफ़ नीले रंग के पानी वाली इस क्रेटर झील के किनारे पर जब चारों और देखा तो लगा वास्तव में यह प्रकृति का अद्भुत नजारा है ।पानी काफ़ी गहराई पर था ।नीले पानी के बीचों बीच एक छोटा सा पर्वत नुमा टापू है जिसे देख कर लगता है वह इस अथाह जल के बीच सर उठा कर गर्व से इठला रहा हो । इस झील को deep water in a sleeping volcano (सोते हुए ज्वालामुखी में गहरा पानी ) भी कहा जाता है ।इस झील की रचना बड़े ही आश्चर्य जनक रूप से हुई ।कहा जाता है कि 7700 वर्ष पूर्व एक ज्वालामुखी विस्फोट होने से इस झील का निर्माण हुआ ।बर्फ और बरसात के पानी से एक झील के रूप में अब यह पर्यटकों को आकर्षित कराती है ।यह संयुक्त राज्य अमेरिका की सबसे गहरी झील है ।इसकी गहराई 1943 feet (592 मीटर )है ।इसका पानी बड़ा ही साफ़ है और संसार की सबसे स्वच्छ जल वाली झील है ।यहाँ पर औसतन 43 feet बर्फ सालाना पड़ती है ।इस झील का एक पूरा गोल चक्कर यदि लगाया जाये तो वह 33 km का है ।यहाँ पर बस द्वारा भी इसका चक्कर लगाया जाता है जो दो घंटे समय लेती है ।रास्ते में कुछ पॉइंट बने हैं जहाँ से मनोरम दृश्यों का आनंद पर्यटक लेते हैं ।हमनें भी कई जगह से कुछ दृश्यों को क़ैद किया ।अभी कुछ रास्ता बंद था इसलिए झील का पूरा चक्कर लगाना संभव नहीं था ।अत:आज भी हमारे रास्ते में ही कार में बैठे बैठे ही भोजन किया और दूसरे रास्ते से अपने रात्रि विश्राम वाले स्थान जिसकी हमने पूर्व में बुकिंग करा रखी थी , की और चल दिये ।रास्ते में कार भी चार्ज करनी थी ।इसलिए ऐसा रास्ता चुना गया जिसमें चार्जर भी मिल जाये और हम अपनी मंज़िल तक पहुँच जायें ।जब हम इस रास्ते पर चल रहे थे तो यह बड़ा ही सुनसान रास्ता लग रहा था । पूरे रास्ते ऐसे विकट मोड़ थे कि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी वाली स्थिति थी ।रास्ते में एक और खाई तो दूसरी ओर ऊँचे पहाड़ की चट्टानें । यह क़रीब 42 km की ऐसी ही सड़क थी ।परंतु सड़क चौड़ी थी ,दोनों और से वाहन आ जा सकते थे । थोड़ी देर कार चार्ज कराके हम अपने बुकिंग के स्थान यूजीन (eugene) पहुँचे।यह एक अच्छा छोटा सा शहर है।यहाँ पहुँचने में हमें रात्रि के लगभग साढ़े नो बज गए थे ।कुछ अंधेरा भी हो गया था।सूर्यास्त यहाँ पर सवा नो बजे होता है,इसलिए तब तक रात होने का अहसास ही नहीं होता अब कल सुबह संक्षिप्त यात्रा ही थी इसलिए सुबह सब आराम से चलाने के आदेश के साथ ही रात्रि विश्राम के लिए चले गये । ——————————————————————

Thursday 13 July 2023

प्रथम विदेश यात्रा (अमेरिका ) 11

प्रथम विदेश यात्रा (अमेरिका)11 —————————————- (Spauting horn ,Thor’s well) स्पॉटिंग हॉर्न,थोर वेल
——————————————————————————————— केनॉन बीच भ्रमण के बाद शाम को 6:30 बजे हम आगे के लिए रवाना हो गये ।रात्रि विश्राम के लिए Garibaldi में हमने बुकिंग करा रखी थी ।यह एक छोटा क़स्बा है जो समुद्र तट के पास ही है ।यहाँ रेलवे स्टेशन भी था साथ ही रेल का एक म्यूजियम है ।रास्ते में रेलवे लाइन भी सड़क के साथ साथ ही चल रही थी ।पूरे रास्ते एक तरफ़ प्रशांत महासागर की लहरें दिखाई देती थी तो दूसरी ओर हरे भरे पहाड़ थे ।हम जब Garibaldi पहुँचे तो जो बिल्डिंग रात्रि विश्राम बुक की थी उसकी चाबी के लिए हमें एक घंटा इंतज़ार करना पड़ा ।यहाँ बुकिंग में कोई आपको स्वागत के लिए नहीं मिलेगा ।गेट पर ही एक लॉकर लगा होता है जिसका पिन कोड बुकिंग कन्फर्म होने पर ईमेल या एसएमएस पर आपको मिल जाता है ।इस बार किसी कारण से हमें वह पिन कोड नहीं मिला था और यहाँ पर मोबाइल का नेटवर्क भी नहीं था ।परंतु कुछ इंतज़ार के बाद वहाँ हाउस कीपिंग के लिए एक महिला कर्मचारी आई थी जिसने सहयोग किया और फ़ोन करके कम्पनी से पिन कोड प्राप्त किया ।इस प्रक्रिया में एक घंटा लग ही गया । रात्रि विश्राम के बाद दूसरे दिन सुबह ही हम अपनी आगे की यात्रा के लिए रवाना हो गये ।आज हमें स्पाउटिंग हॉर्न,थोर वेल (Spauting horn ,Thor’s well) समुद्री शेर की गुफा (sea lion cave) जाना था ।गैरीबल्डी(garibaldi)से समुद्री शेर की गुफा (sea lion cave) की दूरी 117 मील है और अनुमानित तीन घंटे का समय लगता है ।इसके कुछ पहले ही स्पाउटिंग हॉर्न ,थोर का कुआँ (Spauting horn ,Thor’s well) भी है । आज हवा बहुत तेज और ठंडी है ।इस बीच रास्ते में ही लिंकन सिटी आया जो कि एक अच्छा शहर लगा । सड़क से ही मार्केट दिखाई दिया जहाँ पर विभिन्न कम्पनी के शोरूम भी थे ।हमने वहाँ रुककर कुछ कपड़ों की ख़रीदारी की और आगे चल दिये ।इस ऑरेगन स्टेट में टैक्स नहीं है जिससे यहाँ ख़रीदारी करना अन्य राज्यों से सस्ता पड़ता है ।सड़क समुद्र के साथ ही चल रही थी जिससे बीच बीच में समुद्र की लहरें भी हमें सड़क मार्ग से ही दिखाई दे रही थी । सड़क के किनारे बहुत सी कार खड़ी थी हम भी वहाँ रुके ।मालूम हुआ कि स्पाउटिंग हॉर्न ,थोर का कुआँ (Spauting horn ,Thor’s well) आ गया है । जैसे ही कार से बाहर निकले तो बाहर बड़ी तेज ठंडी हवायें चल रही थी ।सड़क से नीचे की तरफ़ स्पाउटिंग हॉर्न तक के लिए रास्ता बना हुआ था ।नीचे बहुत तेज आवाज़ करती लहरें दिखाई दे रही थी । जैसे-जैसे हम नीचे और गए ,लहरों का की आवाज़ ओर तेज होती गई ।नीचे एक घाटी नुमा स्थान पर लहरें बड़ी तेज़ी से टकराकर बहुत ऊँचाई तक उठाती हैं।बड़ी-बड़ी चट्टाने इन लहरों की थपेड़ों में भी अपने स्थान पर अडिग हैं।यहाँ हवा इतनी अधिक तेज है कि खड़े हो पाना असंभव हो रहा था । नीचे ही कुछ चट्टानों के बाद थोड़ का कुआँ (Thor’s well) है जो बीस फिट गहरा है ।समुद्री लहर वहाँ तक बड़ी तेज़ी से आकर बीस फिट नीचे तक जा कर पुनः ऊपर आती हैं।तेज हवाओं के कारण हम आगे तक नहीं जा पाये ,क्योंकि वहाँ पर खड़ा रह पाना भी बड़ा मुश्किल हो रहा था ।हवा भी बहुत ही ठंडी थी ।हम सभी कुछ फ़ोटो लेकर जल्द ही ऊपर वापस अपनी कार में गए और sea lion cave के लिए रवाना हो गए । —————————————————— Sea lion cave (समुद्री शेर गुफा ) ———————————————————-
टिकिट लेकर हम लिफ्ट द्वारा समुद्र के किनारे नई इस गुफा तक पहुँचे ।सड़क से दो सो फिट नीचे जाने पर गुफा देखने की व्यवस्था की हुई है ।यहाँ एक प्लेटफ़ॉर्म बनाकर चारों और रेलिंग लगा रखी है ,जहाँ से sea lion को देख जा सकता है यहाँ नीचे पानी में प्राकृतिक गुफा बनी है जिसमें दो सो से अधिक sea lions रहते हैं ।हमने वहाँ देखा कि कुछ चट्टानों पर आराम कर रहे थे तो कुछ पानी में बार बार मुँह निकाल कर झांक रहे थे ।प्लेटफ़ॉर्म पर जहाँ से हम उन्हें देख पा रहे थे वहाँ रंग बिरंगी लाइटें लगी थी ।बाहर भी एक स्थान बना था जहाँ से भी कुछ sea lion देखे जा सकते हैं ।यहाँ बाहर भी चट्टानों पर sea lion आराम कर रहे थे ।sea lion शरीर में काफ़ी भारी होते हैं ।ये प्राय: दो सो से पाँच सो किलोग्राम तक के होता हैं।इनकी लंबाई आठ फिट तक की होती है ।इसका औसत जीवन काल बीस वर्ष माना गया है और पानी में यह चालीस किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से तैर सकते हैं ।कुछ का मानना है कि सील मछली को ही अंग्रेज़ी में सी लायन कहते हैं।परंतु कुछ लोग इसमें कुछ भिन्नता मानते हैं ।सी लायन ज़मीन पर अपने चारों फ्लिपर्स या पंख का उपयोग करते हैं जबकि सील ज़मीन पर उछल कर चलती है ।
यहाँ से हम फिर आगे की तरफ़ बढ़े ।अब हमें फ्लोरेंस सिटी जाना था वहाँ पर रेत में बाइक चलाने के लिए पहले से ही बुकिंग रखी थी ।बीच में ही कार में बैठे बैठे एक पार्क में हमारे भोजन किया,क्योंकि बाहर बड़ी तेज हवा चल रही थी ।भोजन हमारे साथ ही था । भोजन के बाद हम Torex ATV सेंटर पहुँचे । हमारे चार बजे की बुकिंग कराई थी लेकिन हम वहाँ साढ़े चार बजे पहुँचे ।वहाँ पहुँचते ही कुछ काग़ज़ी कार्यवाही के बाद उन्होंने बाइक चलाने के संबंध में एक वीडियो दिखाया ।सुरक्षा के लिए चश्मे और हेलमेट लगाए और फिर चार पहियों वाली चार बाइक ,हम सभी को अलग अलग सम्भाला दी गई ।आवश्यक निर्देश दे कर रवाना किया ।शुरू में ही चढ़ाई और घुमावदार रास्ता था ।उसके कुछ दूर पर रेतीला ऊँचा नीचा रास्ता था ।मैं बड़ी शान से उसपर बैठा लेकिन जैसे ही थोड़ा आगे बढ़ा तो उसका हैंडल ही नहीं मुड पा रहा था ।आगे के दो पहियों के बीच आगे का टायर दिखाई ही नहीं दे रहा था जिससे अनुमान लगाना बड़ा मुश्किल लग रहा था कि कितना मोड़ा जाये ।थोड़ा आगे बढ़ने के बाद मोड़ पर कई बार कोशिश की लेकिन सही दिशा में बाइक नहीं चल पा रही थी ।हालाँकि मुझे बाइक चलाने लम्बा अनुभव था ,परन्तु यहाँ वह काम नहीं आया।अत: हमने वही आत्म समर्पण कर दिया और हथियार डालते हुए बाइक चलाने का इरादा छोड़ दिया ।श्रीमती जी पहले ही बाइक चलाने के लिए तैयार नहीं थी ।केवल बेटा गगन और बहु बाइक लेकर आगे चले गए ।एक घंटे तक चलाने का समय था लेकिन वे भी आधा घंटे बाद वापस आगे क्योंकि आज हवा इतनी तेज थी कि रेत बहुत अधिक उड़ रही थी जिसके कारण बाइक चलाना बड़ा ही कठिन हो रहा था । इसके बाद हम अब रात्रि विश्राम के लिए पूर्व में बुक कराये हुए स्थान पर पहुँचे और आज की हमारी यात्रा पर यहीं विराम लगा । ———————————————————————————————

Wednesday 12 July 2023

प्रथम विदेशी यात्रा (अमेरिका)10

प्रथम विदेश यात्रा (अमेरिका)10 —————————————- Long Beach लौंग बीच ——————————— अमेरिका चार जुलाई को स्वतंत्रता है ।इस अवसर पर सभी कार्यालयों में अवकाश होने से एक जुलाई से long week holiday रहा ,क्योंकि एक जुलाई का शनिवार था इसलिए एक से चार जुलाई तक के अवकाश होने से चार दिवसीय विशेष यात्रा का कार्यक्रम बनाया गया ।एक जुलाई को प्रातः रवानगी का निर्णय लिया गया और इस दौरान long beach,cannon beach,sea lion cave,craterlake national park ,Florence city,Portland आदि स्थानों पर जाने का कार्यक्रम बनाया ।तीन रात अलग अलग स्थानों पर रुकने के लिए पहले से ही बुकिंग करा ली गई थी । इस यात्रा में long beach वाशिंगटन स्टेट में था । बाक़ी अन्य स्थान ऑरेगन स्टेट में आते हैं। हम प्रातः लगभग 7:15 बजे बेलिव्यू से रवाना हुए ।यहाँ से सर्व प्रथम लौंग बीच (long beach )पहुँचाना था ।यह यहाँ से लगभग 170 मील की दूरी पर हैं।हम पूरे रास्ते प्रकृति का आनन्द लेते हुए आगे बढ़ते गए ।रास्ते में कार चार्ज भी कराई और हम लगभग साढ़े ग्यारह बजे तक लौंग बीच पहुँच गये ।प्रशांत महासागर (Pacific ocean)के तट पर यह सबसे लम्बा बीच है ।इसकी लम्बाई करीब अड़तालीस (48km )किलोमीटर की बताई जाती है ।हालाँकि यह एक छोटा सा शहर है लेकिन इस बीच के कारण एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित है ।
मुख्य शहर से आधा किलोमीटर दूरी पर प्रशांत महासागर Pacific Ocean का विशाल तट प्रारम्भ हो जाता है ।हम अपनी कार को मुख्य बाज़ार में ही चार्जिंग में लगाकर वहाँ से पैदल ही समुद्र तट तक चल दिये ।वैसे तो समुद्र तट के समीप भी कार जाती हैं ,लेकिन यहाँ चार्जर पॉइंट नहीं है।अत: हमने पैदल ही चलाने का निर्णय लिया । आधा किलोमीटर बाद ही समुद्र के किनारे से कुछ पहले ही एक लकड़ी का पुल जैसा बना है जो लगभग एक किलोमीटर लम्बा और सात आठ फिट चौड़ा है ।जिससे समुद्र तट पर दूर तक लहरों का आनंद लिया जा सकता है।हम इस पर होते हुए तट पर पहुँचे । आज बहुत ही तेज और ठंडी हवा चल रही थी ।बहुत लंबा स्वच्छ जल ,दूर तक ऊँची ऊँची उठती लहरें,समुद्र के दूसरे किनारे का कहीं कोई अंत ही नज़र नहीं आ रहा था।दूर समुद्र का किनारा आकाश से मिला हुआ लग रहा था।लगता था जैसे समुद्र और आकाश का यह मिलन बिंदु ही बस एक आख़िरी किनारा है । हमने भी बहुत देर तक इन लहरों का आनंद लिया और इनकी गति को केमरे में क़ैद करने की कोशिश भी की ।बहुत से लोग इन लहरों के बीच जाकर इनसे खेल रहे थे ।किनारों पर दूर तक रेत ही रेत था जिसमें चल पाना काफ़ी मुश्किल होता है ।समुद्र तट का आनंद लेने के बाद हम वापस बाज़ार में आये तो एक स्थान पर एक मंच बना था जहाँ पर एक ग्रुप संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहा था ।आर्केस्ट्रा की धुन पर एक महिला ने आंग्ल भाषा में स्वर छेड़ रखे थे जिसका आनंद वहाँ बैठे लोग ले रहे थे ।हम भी वहीं बैठकर इस संगीत का आनंद लेने लगे साथ ही दोपहर का भोजन भी इस मधुर संगीत के बीच ही हमने किया ।
Cannon beach( केनॉनबीच) —————————— Long beach पर भोजन करने के बाद हम केनॉन बीच की ओर रवाना हुए । जो कि यहाँ से 43 मील की दूरी पर है ।केनॉन बीच जाने के रास्ते में अब सड़क ,प्रशांत महासागर के समीप ही चल रही थी ।लौंग बीच जहाँ वॉशिंगटन स्टेट में है,वहीं केनॉन बीच ,’ऑरेगन स्टेट ‘में है ।रास्ते में एक विशाल पुल “एस्टोरिया -मेगएरा ब्रिज” (Astoria-Megaera bridge)जो 4.067 मील (6.55km) लम्बा था और 28 फीट चौड़ा है।,जो कि नवंबर 1962 से बनना प्रारंभ हुआ और जुलाई 1966 में बनकर तैयार हो गया और 27 अगस्त को आवागमन के लिए खोल दिया गया ।यह पुल दो राज्यों को जोड़ने का भी काम करता है ।इस पुल के बीच में ही वॉशिंगटन तथा ऑरेगन स्टेट की सीमा रेखा भी थी । यह पुल कोलम्बिया नदी के ऊपर बना है यहाँ से यह नदी प्रशांत ,महा सागर में मिलती है । हम सायं चार बजे केनॉन बीच पहुँचे ।वहाँ पहुँचते ही कार पार्किंग में लगाकर ,सभी ने कॉफ़ी का आनंद लिया और फिर बीच की ओर चल दिये ।इस बीच हमने एक तिपहिया साइकिल और एक दुपहिया साइकिल भी किराए से ली और केनॉन बीच के तट पहुँच गए ।यह बीच दुनिया के सो सुंदर बीच में से एक है ।इस तट पर घनी बारीक साफ़ रेत तो थी ही साथ ही दूर तक उठती हुई ऊँची ऊँची लहरें जिन पर साँझ के सूरज की किरणें इसकी सुंदरता को और अधिक बढ़ा रही थी ।हमने जो तिपहिया साइकिल ली उसकी बनावट कुछ विशेष ही थी ।जिसमें हाथ में कोई हेंडिल नहीं था ।आगे के पहिये में ही पैडल थे,पिछले दो पहियों के पास,दोनों तरफ़ हाथ के सहारे के लिए एक एक सपोर्ट था जिसको पकड़ कर शरीर के दायें बायें झुकाने से ही इस साइकिल कि इधर उधर मोड़ा जा सकता था ।शुरू में पहिया आगे बढ़ाने में काफ़ी कठिनाई होती है ,जिसपर रेत पर इसे चलाना ,कुछ ओर अधिक कठिन था ।सभी ने बारी बारी से दोनों तरह की साइकिल को चलाया लेकिन तिपहिया साइकिल अधिकांश समय बेटे गगन ही चलाया ।
समुद्र की लहरों के बीच विभिन्न आकृतियों की कुछ चट्टाने भी थी जो कि इस केनॉन बीच का विशेष आकर्षण थी । इन्हें हैस्टेक (haystack ) कहते हैं ।Hystack पर बहुत से पक्षियों के घरौंदे हैं।शाम के समय बहुत से पक्षियों को इन पर देखा जा सकता है ।लगभग सायं छ बजे तक हम यहाँ इस बीच पर रहे और लहरों के आनंद के साथ ही रेत में साइकिल चलाने का भी एक नया अनुभव प्राप्त किया ।

दिल का हो गया ट्रेफिक जाम

दिल का हो गया ट्रेफिक जाम (मेरी पहली हॉस्पिटल यात्रा और वह भी दिल के रोग के कारण ) ———————- दिसम्बर माह में जैसे ही सर्दी की शु...